होम्योपैथिक औषधियों को बनाने या अस्वस्थ व्यक्तियों को देने के लिए निम्न माध्यम जिनका अपना कोई खास औषधीय गुण नहीं होता और योग किया जाता है यह सूखा या तरल दोनों रूपों में होती है।
1. मिल्क सूगर - विचूर्ण बनाने व औषधि मिलाकर रोगी को देने के लिए।
2. शक्कर - गोलियों या टिकिया बनाने के लिए।
3. आसुत जल - औषधीय बनाने व रोगी को देने के लिए।
4. एल्कोहल - मूल और को शक्तिकृ बनाने के लिए ।
5. ग्लिसरीन - औषधियों के संरक्षण एवं मरीजों को देने के लिए।
6. वैसलीन - मलहम बनाने के लिए।
7. साल्वेंट ईथर - औषधियों को प्रशिक्षण के लिए।
8. सीरप सिंपलेक्स - सिरप आदि बनाने के लिए।
मूल अर्क (MOTHER TINCTURE) - आमतौर पर वनस्पतियों से बनने वाली औषधियां जो अल्कोहल में घुलनशील हो उनका मूलां अर्क तैयार किया जाताा है। मूल अर्क को हम Q दर्शातेे है।
विचूर्ण (TRITURATION) - जो पदार्थ अल्कोहल में घुलनशील नहीं होताााााा है उनकोो मिल्क शुगर के साथ धारण करकेे वििचर्ण तैयार किया जाता है।
शक्ति (POTENCY) - किसी औषधि का मूल अर्क या विचूर्ण लेकर अल्कोहल के साथ एक खास तरह से झटके लगाकर या मिल्क शुगर के साथ मिलाकर शक्ति बढ़ाने बढ़ाने के लिए मूल औषधि व अल्कोहल का मिल्क शुगर या डिस्टल वाटर 1 और 9 बाद में या 1 और 99 के अनुपात में हो सकता है ।
1 और 9 के अनुपात से बनी औषधि क्योंकि शक्तियां की संख्या के साथ X लगाया जाता है। जैसे एकोनाइट 3X ।इस प्रकार से बड़ी औषधियों को डेसिमल सकेल की औषधि करते हैं। 1 और 99 का अनुपात मैं औषधियों की शक्तियां की संख्या के साथ आम तौर पर कुछ नहीं लिखते जैसे नक्स वोमिका 30
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